नई दिल्ली (द पंजाब प्लस) भारतीय सशस्त्र बलों ने मंगलवार और बुधवार की रात को एक संयुक्त अभियान में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (पीओके) में स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए मिसाइल अटैक किया। इस ऑपरेशन में बड़ी संख्या में आतंकियों को मार गिराया गया है। भारत ने इस कार्रवाई को “ऑपरेशन सिंदूर” नाम दिया है। यह सेना, वायुसेना और नौसेना का एक साझा अभियान था, जिसे बेहद सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया। वहीं अब एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा, विंग कमांडर व्योमिका सिंह, विक्रम मिसरी और कर्नल सोफिया कुरैशी शामिल होंगी। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से…
9 ठिकानों को बनाया गया निशाना
रक्षा मंत्रालय ने जानकारी दी है कि इस ऑपरेशन में कुल 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। इन ठिकानों पर मिसाइल से हमले किए गए। इससे आतंक के नेटवर्क को गहरी चोट पहुंची है। यह हमला पाकिस्तान को यह स्पष्ट संदेश देता है कि भारत अब किसी भी आतंकी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेगा।
प्रेस ब्रीफिंग में सेना की मौजूदगी
इस ऑपरेशन की जानकारी देने के लिए भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी और वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस ब्रीफिंग की। उन्होंने बताया कि भारत ने यह कार्रवाई बहुत सोच-समझकर की है और इसका लक्ष्य सिर्फ आतंकवाद के ढांचे को खत्म करना था, न कि आम नागरिकों को नुकसान पहुंचाना।
भारत के गुस्से की वजह
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था। इस हमले में 25 भारतीय और 1 नेपाली पर्यटक की हत्या कर दी गई थी। यह हमला पर्यटकों को निशाना बनाकर किया गया, ताकि जम्मू-कश्मीर की छवि को नुकसान पहुंचे और वहां के विकास को रोका जा सके। पिछले साल कश्मीर में करीब 2.25 करोड़ पर्यटक आए थे, जो आतंकी संगठनों को नागवार गुजरा।
TRF ने ली जिम्मेदारी, लश्कर से जुड़ाव स्पष्ट
इस हमले की जिम्मेदारी TRF (The Resistance Front) ने ली, जो कि लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ आतंकी संगठन है। जांच में यह साफ हो गया कि हमले की योजना और आतंकी पाकिस्तान से निर्देशित हो रहे थे। भारत सरकार के अनुसार, यह हमला केवल पर्यटकों को मारने के लिए नहीं था, बल्कि देशभर में अशांति फैलाने और दंगे भड़काने की एक बड़ी साजिश थी।
कर्नल सोफिया कुरैशी ने मीडिया को संबोधित किया
कर्नल सोफिया कुरैशी ने मीडिया को संबोधित करते हुए पाकिस्तान और पीओजेके में मुंद्रिके और अन्य आतंकवादी शिविरों पर किए गए कई हमलों को दिखाते हुए वीडियो प्रस्तुत किए। कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा, “पहलगाम आतंकवादी हमले के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया था। नौ आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया गया और नष्ट कर दिया गया।”
आतंकियों को पनाह देने का आरोप
प्रेस ब्रीफ में यह बताया गया कि पाकिस्तान लगातार आतंकियों को संरक्षण देता आ रहा है और वैश्विक मंचों पर झूठ बोलकर दुनिया को गुमराह करने की कोशिश करता है। भारत ने जब पहलगाम हमले के बाद कड़ी प्रतिक्रिया दी तो पाकिस्तान ने ना तो आरोपियों पर कोई कार्रवाई की, और ना ही सहयोग किया।
संयुक्त राष्ट्र ने भी की भारत की मांग का समर्थन
यूएन (संयुक्त राष्ट्र) ने भी पहलगाम हमले की निंदा की थी और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने की भारत की मांग का समर्थन किया था। इसके बाद भारत ने यह ऑपरेशन चलाकर आतंक के सरगनाओं को उनके ठिकानों पर ही जवाब दिया।
न्याय दिलान के लिए ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा, “पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों और उनके परिवारों को न्याय दिलाने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया था। नौ आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया गया और उन्हें सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया गया… स्थानों का चयन नागरिक बुनियादी ढांचे को नुकसान से बचाने और किसी भी नागरिक की जान को नुकसान से बचाने के लिए किया गया था।”
आतंक को मिलेगा करारा जवाब
भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब वह आतंकियों को केवल चेतावनी नहीं देगा, बल्कि ठोस कार्रवाई करेगा। ऑपरेशन सिंदूर, एक ऐसा ही उदाहरण है, जिसमें भारत ने यह दिखा दिया कि वह अपनी सुरक्षा और नागरिकों की जान की कीमत पर अब कोई समझौता नहीं करेगा।