नई दिल्ली (द पंजाब प्लस) 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की मौत हो गई थी। जिसके बाद केंद्र सरकार ने सुरक्षा तैयारियों को तेज कर दिया है। इस हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ गया है। वहीं बढ़ते खतरे को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश दिया है कि 7 मई को मॉक ड्रिल आयोजित किया जाएगा। इस मॉक ड्रिल का मकसद आपातकालीन परिस्थितियों में सुरक्षा व्यवस्था का परीक्षण और नागरिकों को प्रशिक्षित करना है।
गृह सचिव गोविंद मोहन की अध्यक्षता…
बता दें कि इस मॉक ड्रिल की योजना को लेकर गृह मंत्रालय में एक बड़ी बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता गृह सचिव गोविंद मोहन ने की। यह बैठक खास इसलिए भी रही क्योंकि ऐसी सुरक्षा बैठक लगभग 54 साल बाद हुई है।
244 जिलों में होगा मॉक ड्रिल…
इस मॉक ड्रिल को देश के 244 जिलों में आयोजित किया जाएगा। इन जिलों की सूची पहले ही जारी कर दी गई है। दिल्ली में यह अभ्यास दिल्ली कैंट इलाके में किया जाएगा।
सायरन से लेकर बंकर की सफाई तक के उपाय
गृह मंत्रालय के परिपत्र के अनुसार, मॉक ड्रिल में जो प्रमुख गतिविधियाँ शामिल होंगी, वे हैं…
–हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरनों का संचालन
–नागरिकों को सुरक्षा उपायों का प्रशिक्षण
–बंकरों और खाइयों की साफ-सफाई
–ब्लैकआउट की स्थिति में उपाय
–महत्वपूर्ण ठिकानों की सुरक्षा और निकासी योजना का अभ्यास
वायुसेना और संचार नेटवर्क का परीक्षण भी होगा
ड्रिल में शामिल अन्य गतिविधियाँ…
–वायुसेना के साथ हॉटलाइन और रेडियो लिंक का संचालन
–मुख्य और वैकल्पिक (छाया) नियंत्रण कक्षों की कार्यक्षमता की जांच
–अग्निशमन, होम गार्ड्स और नागरिक सुरक्षा एजेंसियों की सक्रिय भागीदारी
भू-राजनीतिक माहौल में खतरे ज्यादा जटिल
गृह मंत्रालय ने साफ कहा है कि मौजूदा वैश्विक स्थिति को देखते हुए नए और जटिल खतरे उभर रहे हैं। ऐसे में देश को हर समय सजग और तैयार रहने की जरूरत है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नागरिक सुरक्षा को लेकर अधिकतम सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
PM मोदी के सख्त संदेश
हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार उच्चस्तरीय बैठकें की हैं। उन्होंने हमलावरों और साजिशकर्ताओं को “दुनिया के आखिरी कोने तक ढूंढकर उनकी कल्पना से भी ज्यादा सजा देने” की बात कही है। इससे यह साफ है कि सरकार सुरक्षा मामलों में किसी भी तरह की ढिलाई को बर्दाश्त नहीं करने वाली है।
देशभर में अभूतपूर्व सुरक्षा अभ्यास
7 मई को होने वाली मॉक ड्रिल एक तरह से देशभर में अभूतपूर्व सुरक्षा अभ्यास होगा, जो यह सुनिश्चित करेगा कि भारत किसी भी तरह की आतंकी घटना या आपातकालीन स्थिति के लिए पूरी तरह तैयार है।