असम (द पंजाब प्लस) असम में बाढ़ और भूस्खलन से हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, अब तक 11 लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें से 6 की मौत बाढ़ में और 5 की मौत भूस्खलन की घटनाओं में हुई है। राज्य के 22 जिलों के 5.15 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। 1,254 गांव और 12,610 हेक्टेयर से अधिक फसल भूमि जलमग्न हो चुकी है, जिससे कृषि क्षेत्र को भारी नुकसान हुआ है।
नदियों का उफान और खतरे की स्थिति
ब्रह्मपुत्र, बराक और उनकी सहायक नदियां कई जगहों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। प्रभावित क्षेत्रों में नेमाटीघाट, तेजपुर, बदातीघाट, नुमालीगढ़, कामपुर, फुलेरताल और श्रीभूमि जैसे इलाके प्रमुख हैं।
पिछले 24 घंटे में हालात और बिगड़े:
– होजई में एक व्यक्ति डूबा
– हैलाकांडी और डिब्रूगढ़ में दो लापता
– 94 मवेशी बह गए
– 49 सड़कें, 4 पुल, 3 तटबंध क्षतिग्रस्त
– राहत और बचाव अभियान तेज
राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने 322 राहत शिविर और वितरण केंद्र स्थापित किए हैं, जहां 1.85 लाख लोगों को सुरक्षित आश्रय दिया गया है।
4.67 लाख से अधिक जानवर भी बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
पूर्वोत्तर में व्यापक असर
असम के साथ-साथ मणिपुर, त्रिपुरा, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश में भी भारी बारिश, भूस्खलन और नदियों के जलस्तर में वृद्धि देखी जा रही है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
सरकार की अपील
ASDMA ने लोगों से नदियों के किनारे न जाने, अफवाहों से बचने और अधिकारियों के दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है। राज्य सरकार ने कहा है कि वे प्रभावित लोगों की हरसंभव मदद कर रहे हैं और राहत कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है।