जालंधर (दीपक पंडित) महिला जागृति मंच ने भारगो कैंप थाना पुलिस और एक बुजुर्ग महिला और एक पूर्व सैन्य अधिकारी को पीटकर घर पर अवैध कब्जा करने के खिलाफ पुलिस आयुक्त कार्यालय के सामने धरना दिया। इस दौरान जमकर नारेबाजी की गई और न्याय की मांग की गई। इस मौके पर एडीसीपी हेडक्वार्टर ने दो दिन में बुजुर्ग दंपत्ति को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। इस दौरान पीड़ित बुजुर्ग महिला कुलदीप कौर ने कहा कि मैं न्यू दशमेश नगर, थाना भारगो की रहने वाली हूं मैं कैंप जालंधर का रहने वाला हूं। मेरा बेटा परमजीत सिंह और बहू संदीप कौर, दोनों गांव काला संघियां, जिला कपूरथला के रहने वाले हैं और अक्सर हमारे साथ झगड़ते रहते हैं। वे मेरा और मेरे परिवार का ख्याल नहीं रखते. जिसके लिए हमने उन्हें अपनी चल संपत्ति से बेदखल कर दिया है।
उन्होंने बताया कि 25-07-2024 को रात 12 बजे उक्त परमजीत सिंह और उसकी पत्नी संदीप कौर हमारे मकान नंबर 95 डी न्यू दशमेश नगर थाना भारगो कैंप जालंधर पर कब्जा करने की नियत से घुसने लगे, जिसके बारे में हमें सूचना मिली और बाद में उपरोक्त परमजीत सिंह और संदीप कौर हमें जान से मारने की धमकी देते हुए मौके पर पहुंचे। मेरे पति सेना से सेवानिवृत्त हैं और चलने में असमर्थ हैं लेकिन परमजीत सिंह और उनकी पत्नी हमें जान से मारने की धमकी देते हैं और इस बुढ़ापे में भी हमें चैन से नहीं रहने देते। हमने थाना भारगो कैंप में मदद की गुहार लगाई लेकिन कोई न्याय नहीं मिला, इसलिए 26 जुलाई को मैंने वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एडीसीपी मुख्यालय से संपर्क किया और उनसे शिकायत की, तो उन्होंने एसीपी भारगो कैंप को कार्रवाई करने के लिए लिखा, जिसके बाद एसएचओ भारगो ने कैंप ड्यूटी की। जब थानेदार ने थाने बुलाकर बातचीत सुनी तो आरोपियों की मौजूदगी में थानेदार के सामने ही हमें जान से मारने की धमकी दी गयी, लेकिन पुलिस मूकदर्शक बनी रही और कार्रवाई करने से बचती रही. यहां वहां हम खुद को बुढ़ापे में धकेलने के लिए मजबूर हैं। इस समय इस्त्री जागर्ति मंच की जिला सचिव जसवीर कौर जस्सी, बलविंदर कौर घुगशोर और दलजीत कौर ने कहा कि भले ही पुलिस लाख दावे करे कि वह महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन उनके दावे खोखले हैं क्योंकि लगातार न्याय नहीं दिया गया है। भीख मांगने वाली महिलाओं को बार-बार धक्के खाने पड़ रहे हैं। जिसके कारण उनके खिलाफ शोषण की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। महिलाओं के प्रति पुलिस के सामंती रवैये के कारण उन्हें महिलाओं के प्रति कोई ठोस जिम्मेदारी का एहसास नहीं होता। इस दौरान इस्त्री जागृति मंच ने कहा कि पुलिस प्रशासन की महिला विरोधी मानसिकता के कारण वृद्धा के आवेदन पर कोई मामला दर्ज नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि अगर बुजुर्ग दंपत्ति को न्याय नहीं मिला तो संघर्ष तेज किया जाएगा। इस समय ग्रामीण मजदूर यूनियन के नेता परमजीत कौर व सरबजीत कौर ने भी संबोधित किया।