जालंधर (दीपक पंडित) जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए लारेंस बिश्नोई गैंग के आठ गैंगस्टरों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किये गैंगस्टरों के पास से तीन पिस्तौल, 10 कारतूस और वाहन बरामद किये गये हैं। ये आरोपी धमकी, जबरन वसूली और अन्य आपराधिक गतिविधियां शामिल थे। पुलिस आयुक्त स्वपन शर्मा के नेतृत्व में जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए रंगदारी, रंगदारी, धमकी और अन्य आपराधिक गतिविधियों में शामिल लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के आठ बदमाशों को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है। मामले का खुलासा करते हुए संयुक्त पुलिस आयुक्त संदीप शर्मा ने कहा कि 27 जनवरी को करमा फैशन स्टूडियो शोरूम के मालिक को 50 लाख रुपये की मोटी रकम की मांग करते हुए एक जबरन वसूली कॉल मिली थी। उन्होंने कहा कि कमिश्नरेट पुलिस ने एफआईआर 11 दिनांक 29-01-2024 के तहत एफआईआर 11 दिनांक 29-01-2024 के तहत 387,34 आईपीसी के तहत पुलिस स्टेशन डिवीजन 4 जालंधर में कार्रवाई की। 25-54-59 आर्म्स एक्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। शर्मा ने कहा कि जांच के दौरान पता चला है कि गिरोह के सदस्यों ने योजनाबद्ध तरीके से उद्योगपतियों और व्यापारियों के बारे में जानकारी एकत्र की थी, जिसका इस्तेमाल कर पैसे लूटे जाते थे। संयुक्त आयुक्त ने कहा कि पुलिस ने जांच के आधार पर 8 गैंगस्टरों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान संजय बावा पुत्र हरि मित्तल निवासी एच.एन.-338 मोहल्ला करार खान जालंधर, दीपक कुमार उर्फ दीपक पुत्र महेंद्र पाल निवासी एच.एन. के रूप में हुई है। नंबर 41 रतन नगर गुलाब देवी रोड जालंधर, गजिंदर राजपुर उर्फ गज्जू पुत्र शाम बिहारी निवासी न्यू शहीद बाबू लाभ सिंह नगर जालंधर, राधे पुत्र सोम पाल निवासी नंबर 556 न्यू शहीद बाबू लाभ सिंह नगर जालंधर। अभिषेक गिल पुत्र राज कुमार निवासी 3 गुरदेव नगर नजदीक सोढ़ी प्रधान जालंधर, पप्पू पुत्र सोम पाल निवासी 569 शहीद बाबू लाभ सिंह जालंधर, मनोज पुत्र जगदीश निवासी 569 शहीद बाबू लाभ सिंह जालंधर और दीपक कुमार उर्फ दीपक पुत्र फूल चांद निवासी 481/6 शहीद बाबू लाभ सिंह जालंधर उन्होंने बताया कि ये सभी बदमाश धोबी घाट के पास पाए गए. टॉवर को जालंधर से गिरफ्तार किया गया है और उनके पास से एक पिस्तौल 30 बोर 5 कारतूस, एक पिस्तौल 32 बोर 5 कारतूस, एक देसी कट्टा 315 बोर, चार मैगजीन, एक स्प्लेंडर मोटरसाइकिल और दो स्कूटर (एक्टिवा) बरामद किए गए हैं। शर्मा ने कहा कि जांच के दौरान यह पता चला है कि इन गैंगस्टरों की गतिविधियां राष्ट्रीय सीमाओं तक फैली हुई थीं, जिनका संबंध वर्तमान में इंग्लैंड में रह रहे सूरज से था।संयुक्त पुलिस आयुक्त ने इस गिरोह की गतिविधियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह गिरोह लोगों से पैसे वसूलने के लिए धमकी भरे कॉल और पत्र भेजने का काम करता था. उन्होंने कहा कि जबरन वसूली कॉल के लिए इस्तेमाल किए गए अंतरराष्ट्रीय नंबर के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए पहले से ही जांच चल रही है। शर्मा ने कहा कि अभी तक सभी आठ गैंगस्टरों की कोई आपराधिक पृष्ठभूमि नहीं मिली है लेकिन इस संबंध में पहले से ही विस्तृत जांच की जा रही है।