इंदौर (द पंजाब प्लस) इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की शिलॉन्ग में हत्या के बाद लापता उनकी पत्नी सोनम 17 दिन बाद यूपी के गाजीपुर में एक ढाबे पर मिलीं। इसके बाद मेघालय डीजीपी आई नोंगरांग ने दावा किया कि पत्नी (सोनम) ने ही पेशेवर हत्यारों को सुपारी देकर मर्डर कराया।
इधर, सोनम के पिता ने इस बात को मानने से साफ इनकार कर दिया है कि उनकी बेटी ने अपने पति की हत्या कराई होगी। उनका कहना है कि मेरी बेटी बेगुनाह है। मेघालय पुलिस ने उसे फंसाने के लिए झूठी कहानी गढ़ी है।
मामले में चार संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। राज कुशवाहा, विशाल चौहान को इंदौर जबकि आकाश राजपूत को इंदौर के पास और आनंद को बीना के बसारी गांव से पकड़ा गया। पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है।
इससे पहले मेघालय के सीएम कोनराड संगमा ने X पोस्ट में जानकारी दी थी कि वारदात में शामिल 3 हमलावरों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। हमलावर मध्यप्रदेश के ही रहने वाले हैं। फिलहाल एक अन्य हमलावर की तलाश जारी है।
गाजीपुर के जिस ढाबे पर रविवार देर रात 1 बजे सोनम पहुंची, उसके मालिक साहिल यादव ने बताया, ‘सोनम बदहवास हालात में मेरे पास आई। वह रो रही थी। उसने मुझसे मोबाइल मांगा और कहा मुझे अपनी फैमिली से बात करनी है। फोन पर वह रोने लगी। ढाबे पर मौजूद एक परिवार की महिला ने उसे ढांढस बंधाया। समझाया। इतनी देर में सोनम के भाई का मेरे मोबाइल पर कॉल आया। उन्होंने मुझे पुलिस को फोन करने के लिए कहा।’
राजा की मां ने बताया कि रिश्ता तय होने के बाद एक बार राजा ने कहा था कि वो (सोनम) मुझमें इंटरेस्ट नहीं ले रही है। सोनम और राजा रघुवंशी का रिश्ता 1 अक्टूबर 2024 को समाज की परिचय पुस्तिका के जरिए हुआ था।
सोनम के पिता देवी सिंह ने बताया कि रामनवमी के दिन समाज का भंडारा होता है। उसी दिन शादी योग्य लड़के-लड़कियों के नाम लिए जाते हैं, ताकि उन्हें समाज की परिचय पुस्तिका में प्रकाशित किया जा सके। हमने भी उसी दिन अपनी बेटी का नाम लिखवाया था और राजा के परिवार ने भी।
उस समय हमारा आपस में कोई परिचय नहीं था। जब पुस्तिका प्रकाशित होकर आई, तब हमने सभी लड़कों की जानकारी देखी। हमें राजा का परिवार पसंद आया। क्योंकि वे भी इंदौर के ही रहने वाले थे, इसलिए हमने अपने स्तर पर उनके बारे में जानकारी ली।