जालंधर (दीपक पंडित) जालंधर जिले के एक गांव के सरपंच ने गरीब परिवार का घर गिरवा दिया, जिसमें एक पशु की मौत हो गई। जब परिवार ने पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई तो पुलिस ने तुरंत सरपंच के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। ये सारा घटनाक्रम शाहकोट के गांव जमालपुर कलां का है।
जिस घर को गिराया गया, उसका कोर्ट केस चल रहा था। मगर बिना किसी सरकारी आदेश के उक्त घर को गिरा दिया गया। जब इस बारे में परिवार द्वारा पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई गई, तो जांच के बाद तुरंत प्रभाव से एफआईआर दर्ज कर ली गई।
पीड़ित हरमेश सिंह ने कहा- वह जलालपुर कलां (जालंधर) का रहने वाला हैं। पीड़ित ने पुलिस को शिकायत दी थी कि जलालपुर गांव में लगभग 15 वर्षों से अपने मकान में रह रहा है। यहां पर उसके साथ उसके चाचा कर्म सिंह का भी मकान बना हुआ है। जिसमें सुरजीत सिंह और उनका परिवार रहता है।

कमलजीत सिंह वर्तमान सरपंच हैं, जो उन्हें लंबे समय से बने हुए मकानों को ढहाने को लेकर मानसिक रूप से परेशान कर रहा था। इस मामले को लेकर उन्होंने कोर्ट में केस भी किया हुआ है। पीड़ित ने शिकायत में कहा- बिना किसी सरकारी अनुमति के उनका घर अधिकारियों की गैरमौजूदगी में गिरा दिया गया। मामला यहीं नहीं रुका, सरपंच के लोगों ने घर के बाहर पड़ा भारी मात्रा में पशुओं का सूखा चारा भी डीजल डालकर जला दिया।
साथ ही बुल्डोजर लेकर आए सरपंच के लोगों ने पहले घर को नुकसान पहुंचाया। जिसमें एक गाय के बच्चे की मौत हो गई। साथ ही सरपंच ने परिवार को गोली मारने की धमकियां भी दी थी।
ASI हरविंदर सिंह ने कहा- जलालपुर कला गांव में छप्पड़ (छोटा तालाब) की सफाई के दौरान झगड़ा होने की घटना उनके पास आई थी। जिसके बाद उन्होंने मौके पर जाकर देखा कि छप्पर की सफाई कमलजीत सिंह सरपंच द्वारा की जा रही थी और छप्पड़ के पास लगे मकान की दीवार तोड़ी गई थी। घटना में एक गाय की मृत्यु हुई है। इस मामले में सरपंच के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।