कमिश्नरेट पुलिस ने नशे के उन्मूलन के लिए पंजाब सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई
जालंधर (दीपक पंडित) मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार द्वारा शुरू की गई मुहिम ‘युद्ध नशे के विरुद्ध ’ आज नशा तस्करों के एक और अवैध ढांचे को ध्वस्त कर दिया गया। नशे के खिलाफ इस अभियान के तहत नगर निगम जालंधर ने कमिश्नरेट पुलिस जालंधर के सहयोग से गढ़ा क्षेत्र के फगवाड़ी मोहल्ला में इस अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया।इस संबंध में जानकारी देते हुए जालंधर पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर ने बताया कि नगर निगम को सूचना मिली थी कि नशा तस्कर साहिल अटवाल उर्फ काली और संजीव अटवाल (दोनों भाई) द्वारा अवैध निर्माण किया जा रहा है। उनके खिलाफ एन.डी.पी.एस. इस अधिनियम के तहत 12 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें नशीले टीके, प्रतिबंधित गोलियों और हेरोइन की भारी जब्ती भी शामिल है। उन्होंने बताया कि संजीव फिलहाल जेल में बंद है जबकि साहिल विभिन्न मामलों में वांछित है। उन्होंने आगे कहा कि ध्वस्त किया गया अवैध निर्माण भी कथित तौर पर उनके अवैध ड्रग कारोबार से प्राप्त आय से बनाया गया था।
सहायक पुलिस कमिश्नर रूपदीप कौर और सहायक नगर योजनाकार पूजा मान के नेतृत्व में नगर निगम और पुलिस की टीमों ने तुरंत कार्रवाई की और अवैध रूप से कब्जे वाले ढांचे को ध्वस्त कर दिया, जिससे यह कड़ा संदेश गया कि जालंधर में नशे से संबंधित गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पुलिस कमिश्नर ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी आदतन अपराधी हैं, जिनमें से प्रत्येक के खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम और अन्य आपराधिक धाराओं के तहत 6 मामले दर्ज हैं।
गौरतलब है कि राज्य में युद्ध नशे के विरुद्ध’ अभियान लगातार तेज हो रहा है और अधिकारी नशे से संबंधित अपराधों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए तैयार हैं। उल्लेखनीय है कि पहले भी इसी प्रकार की कार्रवाई की गई है, जिसमें जिले भर में नशा तस्करों से जुड़े अवैध अतिक्रमणों को ध्वस्त करना भी शामिल है। कमिश्नरेट पुलिस ने समाज से नशे को खत्म करने के लिए पंजाब सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई और नागरिकों से जालंधर को नशा मुक्त बनाने में सक्रिय सहयोग करने की अपील की।