चंडीगड़ (द पंजाब प्लस) पंजाब में पानी के मुद्दे को लेकर मामला गरमाया हुआ है। इसी बीच दिल्ली में आज केंद्रीय गृह मंत्रालय की पंजाब, हरियाणा, हिमाचल और राजस्थान के अधिकारियों से मीटिंग हुई है।
केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन की अध्यक्षता में हुई इस मीटिंग में पानी को लेकर हुए विवाद के बाद की स्थिति को लेकर चर्चा की गई। इससे पहले, पानी के विवाद को लेकर AAP सरकार ने चंडीगढ़ स्थित पंजाब भवन में 2 घंटे तक ऑल पार्टी मीटिंग की।
बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मान ने कहा कि बैठक के दौरान प्रत्येक पक्ष ने पानी के मुद्दे पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि सभी पार्टियों ने अपनी सहमति व्यक्त की और कहा कि वह पंजाब के पानी को लेकर धक्केशाही बर्दाश्त नहीं करेंगे।
इस अवसर पर सभी नेता राजनीति से ऊपर उठकर पंजाब के साथ खड़े हुए हैं। ऑल पार्टी मीटिंग में प्रधानमंत्री से मिलने का सुझाव आया है। सोमवार को विधानसभा के स्पेशल सेशन में इस पर चर्चा होगी। CM भगवंत मान ने कहा- पंजाब के पानी को एक फरमान के माध्यम से हरियाणा को देने का फैसला लिया गया। अधिकारियों को बदल दिया गया।
वहीं सोमवार को 12 बजे विधानसभा का स्पेशल सेशन बुलाया गया है। इसके लिए गवर्नर की मंजूरी मिल गई है। सीएम ने कहा कि प्यार से पंजाबियों से जान ले लो, लेकिन पानी लेने का तरीका उचित नहीं है। पंजाब में BJP के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा- हमारे पास एक भी बूंद पानी को नहीं है।