चंडीगड़ (द पंजाब प्लस) चंडीगढ़ शहर के विकास नगर इलाके में बुधवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जिसमें 11 वर्षीय मासूम की जान चली गई। यह हादसा तब हुआ जब सूर्या नाम का बालक घर की दूसरी मंजिल पर खेलते समय संतुलन खो बैठा और नीचे गिरते वक्त बिजली के झूलते तारों में उलझ गया। घटना ने इलाके में शोक और आक्रोश दोनों का माहौल पैदा कर दिया।
जानकारी के मुताबिक, सूर्या अपनी मां संगीता के साथ विकास नगर में रहता था। संगीता घर से ही समोसे, नूडल्स और मोमोज बेचने का छोटा कारोबार करती हैं। सूर्या रोज़ की तरह घर की ऊपरी मंजिल पर खेल रहा था, जब अचानक उसका पैर फिसल गया और वह सीधा नीचे की ओर गिरने लगा। दुर्भाग्यवश, गिरते हुए वह गली में फैले बिजली के खुले तारों में फंस गया और बुरी तरह झुलस गया।
मौके पर मौजूद दीपक नामक युवक ने बताया कि वह जब गली से गुजर रहा था, तो उसने देखा कि बच्चा तारों में लटका हुआ है और उसकी हालत बेहद नाजुक है। लोग उसे बचाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन कुछ लोग मूक दर्शक बने वीडियो रिकॉर्ड करने में लगे थे। स्थानीय लोगों ने लकड़ी के डंडे की मदद से बच्चे को तारों से छुड़ाने की कोशिश की। काफी प्रयासों के बाद एक व्यक्ति ने डंडे की सहायता से सूर्या को ऊपर की ओर धकेला, जिससे वह तारों से छूटकर नीचे खड़ी एक गाड़ी पर आ गिरा।
गंभीर रूप से घायल सूर्या को तत्काल पंचकूला सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे पीजीआई रेफर कर दिया गया। दुर्भाग्यवश, इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
इस हादसे ने एक बार फिर शहर की बिजली व्यवस्था और खुले तारों की खतरनाक स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि आवासीय इलाकों में बिजली के तारों को सुरक्षित किया जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की त्रासदी से बचा जा सके।