जालंधर (दीपक पंडित) जालंधर में नामदेव चौक के पास स्थित सहकारिता विभाग के खिलाफ दूध उत्पादकों आज अपने घरों की महिलाओं के साथ पहुंच कर प्रदर्शन किया। दूध उत्पादकों आरोप लगाया कि विभाग की तरफ से पिछले काफी समय से उनके बकाया पैसे नहीं दिए जा रहे थे।
सभी दूध विक्रेताओं का कुल 20 लाख रुपए से ज्यादा की राशि का भुगतान होना बाकी है, मगर विभाग इसे लेकर कोई भी ठोस कदम नहीं उठा रही है। जिसके रोष में उन्होंने आज दफ्तर के बाहर दूध गिर कर प्रदर्शन किया और सरकार को गुहार लगाई है कि उनकी मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए।
दूध विक्रेता सरदूल सिंह ने कहा- उनके गांव जंग-ए-सराय में वेरका की रजिस्टर्ड सोसाइटी है। यह सोसाइटी 1980 से गांव में चलती आ रही है। पिछले अगस्त महीने में कमेटी की टेनयोर खत्म होने पर 3 महीने के बीच में इलेक्शन करवानी होती है।
लेकिन 7 महीने बीत चुके हैं, पॉलीटिकल प्रेशर और अफसर की दखलंदाजी के कारण अभी तक चुनाव नहीं हो पाए हैं। इसके बाद 21 मार्च को इलेक्शन करवाई गई, इलेक्शन करवाने के बाद डीआर की तरफ से स्टे दे दिया गया है। जिसके बाद उन्होंने अफसर को मिलाकर कहा कि जो कानून है उसके हिसाब से चलिए लेकिन जो दूध उत्पादकों की पेमेंट है, वह उन्हें दे दीजिए।
11 अप्रैल को डीआर की तरफ से आश्वासन दिया गया था कि पेमेंट दे दी जाएगी, लेकिन अभी तक कोई भी पेमेंट नहीं दी गई है। इलेक्शन के कारण दूध विक्रेताओं को उनके पैसे नहीं मिल पा रहे थे। इसी के कारण दूध उत्पादकों ने परेशान होकर डायरी से लाया हुआ दूध ऑफिस के बाहर जमीन पर गिरा दिया गया और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया।