अमृतसर (द पंजाब प्लस) शिरोमणि अकाली दल (SAD) को आज शनिवार को नया अध्यक्ष मिल जाएगा। अमृतसर में गोल्डन टेंपल परिसर में बने तेजा सिंह समुद्री हॉल में पार्टी की बैठक शुरू हो चुकी है। इसमें अकाली दल के नेता सर्वसम्मति के साथ अपना अध्यक्ष चुन लेंगे। पूर्व अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल की पार्टी प्रमुख पद पर वापसी लगभग तय मानी जा रही है। यदि सुखबीर खुद अलग रहने का फैसला नहीं करते, तो वह एक बार फिर अध्यक्ष चुने जाएंगे।
पार्टी सूत्रों के अनुसार सुखबीर सिंह बादल इस पद के लिए “फेवरेट” ही नहीं बल्कि “एकमात्र उम्मीदवार” भी हैं। तीन महीने चली सदस्यता मुहिम के बाद यह चुनाव हो रहा है। साथ ही, वरिष्ठ नेता बलविंदर सिंह भुंदर को पार्टी के संरक्षक (पैट्रन) के रूप में नामित किए जाने की संभावना है।
हालांकि, महासचिव के पद को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। इस पद के लिए दलजीत सिंह चीमा और महेश इंदर सिंह ग्रेवाल प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं। वहीं मौजूदा कार्यकारी प्रधान बलविंदर सिंह भूंदड़ को सरप्रस्त की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
सुखबीर बादल ने 16 नवंबर 2024 को पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था, जब उन्हें अकाल तख्त द्वारा ‘तनखैया’ (धार्मिक दोषी) घोषित किया गया था। 2 दिसंबर 2025 को अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने सुखबीर समेत पूरी मौजूदा पार्टी नेतृत्व को “पार्टी चलाने के अयोग्य” बताया था।
इसके बाद, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने ज्ञानी रघबीर सिंह को उनके पद से हटा दिया और उनकी जगह जत्थेदार कुलदीप सिंह गड़गज को नियुक्त किया।
एसएडी प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि पार्टी नेतृत्व पहले ही अकाल तख्त के निर्देशानुसार धार्मिक दंड भुगत चुका है। जब कोई धार्मिक सज़ा भुगत लेता है, तो वह पवित्र हो जाता है और पुरानी बातों को समाप्त माना जाता है।
अकाली दल के सीनियर नेताओं का मानना है कि अकाल तख्त का निर्देश अब भी प्रभावी है। अकाल तख्त ने स्पष्ट रूप से कहा था कि पार्टी को नया नेता चुनना चाहिए, क्योंकि मौजूदा नेतृत्व अयोग्य है।