जालंधर (द पंजाब प्लस) महानगर जालंधर ऐसा शहर है जिसमें हर अवैध काम धड़ल्ले से चलता है। अब तो लोग मेडिकल कोर्स के नाम पर नाममात्र ट्रेनिंग देकर युवाओं को फर्जी सर्टिफिकेट दिलाकर दवाइयों और इलाज की दुकानें खुलवा कर दे रहे हैं। वैसे यह गोरखधंधा जालंधर में कई सालों से जारी है लेकिन इसमें अब तेजी बहुत आ गई है। तेजी इतनी ज्यादा कि फर्जी स्टांप फर्जी सर्टिफिकेट पर लगाई जाती है और फिर उक्त व्यक्ति चाहे 10वीं पास हो या 12वीं फेल उससे तय रकम ले ली जाती है। कई उम्मीदवारों से आधी रकम पहले और आधी रकम बाद में ली जाती है और कुछ उम्मीदवार ऐसे हैं जिनसे पूरी रकम पहले ले ली जाती है। वैसे कई उम्मीदवार जो इस गोरखधंधे में सिफारिश के आधार पर आते हैं उनसे पैसा कम काम अधिक निकलवाया जाता है। कई लोगों को फेक डिग्रियां दी गई हैं और इन डिग्रियों के आधार पर कई युवा जालंधर के अलावा अलग-अलग शहरों में लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे थे। इन युवाओं के पास फेक डिग्री है लेकिन वह विभिन्न प्रकार की दवाओं का इस्तेमाल करके लोगो की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। अब पुलिस और सेहत विभाग अगर इस मामले में जांच आगे बढ़ाए तो इस गोरखधंधे से पर्दा उठ सकता है। इन गोरखधंधा के संचालकों से जो भी संपर्क में आता जाता है उसको फर्जी पंजीकरण के सहारे आगे काम खोलने के काबिल बनाकर धोखा दिया जाता है।