चंडीगढ़ (द पंजाब प्लस) फाजिल्का के ड्रग इंस्पेक्टर शीशन मित्तल के खिलाफ पंजाब पुलिस की नशा विरोधी स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। इसके बाद आज वीरवार को एसटीएफ ने मित्तल व उससे जुड़े लोगों के ठिकानों पर दबिश दी।
एसटीएफ ने पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ समेत 13 जगह पर दबिश दी है । इस दौरान एसटीएफ ने आरोपी व उससे जुड़े 24 बैंक खाते फ्रीज किए हैं। जो कई अन्य लोगों के नाम पर चल रहे थे। बैंक खातों में कुल रकम 6.19 करोड़ रुपए मिली है। इसके अलावा 3 बैंक लॉकर भी फ्रीज किए हैं। 9 लाख रुपए नकद और विदेशी मुद्रा भी बरामद हुई है। इसके अलावा जांच में जीरकपुर में 1.4 करोड़ मूल्य की अचल संपत्ति भी सामने आई है।
एसटीएफ की टीमों ने इस दौरान बठिंडा, मोहाली, गिदड़बाहा, जीरकपुर ओर फतेहबाद में जांच के लिए पहुंची। सारे ऑपरेशन की एसटीएफ द्वारा वीडियोग्राफी करवाई जा रही है। वहीं, अभी तक मामले की जांच चल रही है।

एसटीएफ की जांच में सामने आया है कि जेल में बंद बड़े नशा तस्करों के साथ आरोपी के संबंध है। इस काले कारोबार से आने वाली संपत्ति से उसने करोड़ों रुपए की संपत्ति बनाई हुई है। सर्च में एसटीएफ के हाथ कई अहम सुराग लगे हैं। कई दस्तावेज भी एसटीएफ ने जुटाए हैं। एसटीएफ अधिकारियों का मानना है कि आरोपी ड्रग तस्करों के साथ सिथेंटिक ड्रग रैकेट में शामिल था। डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट डालकर इस बारे जानकारी दी है।
ADGP STF नीलाभ किशोर ने बताया कि पुलिस ने ड्रग इंस्पेक्टर के बीस से भी अधिक बैंक खातों को फ्रीज करवाया है। कुछ बैंक लॉकर भी मिले हैं, जिन्हें भी फ्रीज करवाया गया है। जब यह रेड पूरी हो जाएगी, तो इस बारे में जानकारी शेयर की जाएगी। दूसरी तरफ सूत्रों की माने तो आरोपी ने नशा तस्करी के पैसों से करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी बनाई हुई। जिसे अब एसटीएफ द्वारा पहल के आधार पर अटैच किया जाएगा। पुलिस की यह बड़ी सफलता मानी जा रही है। करीब एक महीने से एसटीएफ जांच में जुटी हुई थी। इस मामले में कई अन्य लोगों पर पुलिस की नजर रहेगी।