जालंधर (दीपक पंडित) जालंधर के डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने आज लेदर कॉम्प्लेक्स जालंधर और केंद्रीय लेदर अनुसंधान संस्थान, जालंधर के क्षेत्रीय कार्यालय का दौरा किया। सीईटीपी स्टेक होल्डर्स ने डिप्टी कमिश्नर, जालंधर के ध्यान में लाया कि लेदर कॉम्प्लेक्स के गीले क्षेत्र की सीवरेज लाइनें जाम रहती हैं और सीवेज का गंदा पानी ओवरफ्लो होता है, इसके अलावा पंजाब लघु उद्योग एवं निर्यात निगम (पीएसआई एंड ईसी) द्वारा उनके नाम आवंटित/हस्तांतरित उनके फैक्ट्री प्लॉट के लिए मालिकाना हक की समस्याएं भी हैं।
डिप्टी कमिश्नर ने उन्हें इन समस्याओं के शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया। जालंधर के डिप्टी कमिश्नर ने चमड़ा परिसर, जालंधर में टेनरी सीईटीपी का भी दौरा किया, जहां उन्हें बताया गया कि उद्योग एवं वाणिज्य मंत्रालय ने 28.64 करोड़ रुपए की कुल लागत से सीईटीपी के उन्नयन परियोजना को पहले ही मंजूरी दे दी है।
डॉ. अग्रवाल ने सेंट्रल लेदर रिसर्च इंस्टीट्यूट, लेदर कॉम्प्लेक्स, जालंधर के क्षेत्रीय कार्यालय के परिसर का भी दौरा किया और जालंधर के चमड़ा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए इस क्षेत्रीय सीएलआरआई कार्यालय द्वारा प्रदान की गई सेवाओं की सराहना की।इस अवसर पर उपस्थित प्रमुख लोगों में हीरा लाल वर्मा, परवीन कुमार, दीपक चावला, अमनदीप सिंह और जितेंद्र कुमार, के.सी. डोगरा, प्रशासनिक अधिकारी, पीईटीएस-सह-नोडल अधिकारी, सीईटीपी शामिल थे।
डिप्टी कमिश्नर, जालंधर ने सीईटीपी के हितधारकों को आश्वासन दिया कि बैठक के दौरान उद्योग से आए मुद्दों को जल्द से जल्द हल करने के लिए सक्षम प्राधिकारी के समक्ष उठाया जाएगा।